http://www.caribbeanharmony.com plz listen this message subject HELL western time 9 am to 10 pm ON SUNDAY( IN INDIA 6:15 PM)
नमस्कार! मेरा नाम Athet Pyan Shinthaw Paulu है. मैं म्यांमार के देश से हूँ. मैं आपके साथ मुझे जो अनुभव हुआ उसकी की गवाही आपके साथ बाटना चाहता हु , लेकिन पहले मैं कुछ संक्षिप्त पृष्ठभूमि की जानकारी देना चाहते हैं
मेरी ज़िंदगी से .
मैं 1958 में Bogale के शहर में पैदा हुआ था, दक्षिणी म्यांमार [पूर्व में म्यांमार] के इरावाडी डेल्टा क्षेत्र पर है. मेरे माता पिता, जो म्यांमार में ज्यादातर लोगों की तरह एक भक्त बौद्ध थे मुझे नाम दिया Thitpin उसे अंग्रेजी में 'पेड़' कहते है]. हमारा जीवन बहुत सरल था जहाँ मैं बड़ा हुआ. मैं 13 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया और एक मछली पकड़ने की नाव पर काम करना शुरू कर दिया. हम मछली पकड़ लिया करते थे और कभी कभी भी इरावाडी क्षेत्र में कई और नदियों से खैकड़े . 16 की उम्र में मैं नाव के नेता बन गया . इस समय मैं ऊपरी Mainmahlagyon द्वीप में रहता था .[Mainmahlagyon अंग्रेजी में उसका अर्थ , खूबसूरत औरत, द्वीप है, बस उत्तर Bogale जहां मैं पैदा हुआ था. इस जगह के बारे में 100 मील यांगून [रंगून के दक्षिण पश्चिम है, हमारे
राष्ट्र की कैपिटील शहर है.
एक दिन, जब मैं 17 वर्ष का था , हम हमारे जाल में मछली बहोत ज्यादा बड़ी संख्या में पकडी. इतनी ज्यादा मछली की वजह से, एक बडा मगरमच्छ हमारे और आकर्षित हो गया था. उसने हमारी नाव का पीछा किया और हम पर हमला करने की कोशिश की. हम तो पागल के जैसे जितना तेजीसे नव चला सकते थे चला कर तेजीसे नदी किनारे की और हमारे नावों को भगा रहै थे . हम डर गए थे . मगरमच्छने हमारा पीछा किया और अपनी पूँछ से हमारी नाव तोड़ी. हालांकि इस घटना में किसीकी मृत्यु नहीं हो गई,पर हमले मेरे जीवन को बहोत प्रभावित किया . मैं अब मछली पकड़ना नही चाहता था . हमारी छोटी सी नाव मगरमच्छ के हमले की वजह से डूब गयी . हम हमारे गांव के घर, उस रात एक यात्री नाव पर गये थे.
कुछ समय के बाद, मेरे पिताजी के मालिक ने यांगून शहर [ रंगून] में , मेरे पिता का तबादला किया , 18 साल की उम्र में मैं एक बौद्ध मठ में भेजा गया था. एक नौसिखिया भिक्षु हो. म्यांमार में अधिकांश माता पिता अपने बेटे को एक बौद्ध मठ में भेजने का प्रयास करते है , कम से कम एक समय के लिए ,इस रूप में यह एक महान सम्मान है, इस तरह से यह ,एक पुत्र की सेवा मानि जाती है. कइ सेकड़ो सालोंसे हम इस परंपरा को देख रहे है .
बुद्ध का एक उत्साही शिष्य
जब मैं 19 साल और 3 महीने का होगया (1977 में), मैं एक सामान्य भिक्षु बन गया. मेरे मठ में वरिष्ठ भिक्षु ने मुझे एक नया बौद्ध नाम दिया , जो हमारे देश में रिवाज है . मैं अब यू नाता Pannita Ashinthuriya के बुलाया गया था. जब हम एक संन्यासी होगए तब , हम जन्म के समय हमारे माता पिता ने हमें दिया नाम का उपयोग नही करते है . मैं मठ में रहता था, मठ का नाम मांडले Kyaikasan Kyaing कहा जाता है. वरिष्ठ भिक्षु के नाम यू Zadila Kyar नी कान Sayadaw [यू Zadila उसका शीर्षक है] कहा जाता था. वह म्यांमार की सभी भिक्षु में सबसे प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु था. हर कोई जानता था वह कौन था. वह व्यापक रूप से लोगों द्वारा सम्मानित किया गया था और एक महान शिक्षक के रूप में उसे सम्मान प्राप्त था . मैं कहना है कि वह था "" क्योंकि वह 1983 में उसकी अचानक मृत्यु हो गई . वह एक घातक कार दुर्घटना में मारा गया था. उसकी मौत हर कोई हैरान है. मैं उस समय पर
छह साल का एक साधु था.
मैं जितनी कड़ी मेहनत कर सकता था मै ने की ,ताकि मै सबसे अच्छा भिक्षु बन सकू ,और बौद्ध धर्म के सभी उपदेशों का पालन करने की पूरी कोशिश की. एकसमय पर , मैं जहां रहता था ,वहा एक कब्रस्तान है ,वहा मै लगातार ध्यान साधना के लिए ले जाता था . कुछ भिक्षुओं जो वास्तव में बुद्ध के सत्य को जानना चाहते थे, जैसे मैंने किया था वैसा करते थे. कुछ वहा पर वे आत्मत्याग और गरीबी का जीवन जीने के लिए जंगलों में गहरे अंदर चले गए . मैं मेरे स्वार्थी विचारों और इच्छाओं से इनकार करने के लिए, बीमारी और पीड़ा से बचने के लिए और इस दुनिया के चक्र से मुक्ति की मांग की. कब्रिस्तान में मैं भूत का डर नहीं था. मैं में मन की शांति और आत्मज्ञान प्राप्त करने की कोशिश की है कि यहां तक कि जब एक मच्छर
मैं मेरी बांह पर उतरा है,और मुझे वो काट रहाथा,पर मैने उसे मारा नही ! मै ने सालभर अछा भिक्षु बनने के लिए जितना प्रयास कर सकता था किया ,मै ने किसी भी जिव को हानी नहीं पहुंचाई .जो सालोंसे मेरे सभी पुर्वजोने मुझसे पहलेपवित्र बौद्ध शिक्षाओं का अध्यन किया था वैसे किया . मेरा जीवन एक संन्यासी के रूप में बढ़ते गया , तब तक मैं बहुत, बहुत बीमार हो गया. मैं उस समय पर मंडाले में था और उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था. डॉक्टरों ने मुझे कुछ परीक्षण किया था और मुझे कहा कि मैं एक ही समय में दोनों पीले बुखार और मलेरियासे बीमार था! अस्पताल में लगभग एक महीने के बाद मेरी हालत और बदतर हो रही थी. डॉक्टरों ने मुझे बताया कि ठीक होने का कोई मौका नही है और मुझे एक rrangements मरने के लिए छुट्टी देदी .
यह मेरे अतीत का एक संक्षिप्त विवरण है. इस समय के बाद मेरे साथ जो उलेखनीय बाते हुई उसे बताना चाहता हु ...
मुझे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, मैं monastry जहां अन्य भिक्षुओं मेरा ध्यान रखते थे उनके पास वापस चला गया. मैं कमजोर और कमजोर हुआ था और बेहोशी unconciousness में lapsing गिरता गया . मुझे बाद में पता चला कि मैं वास्तव में 3 दिनों के लिए मर गया था . मेरा शरीर मौत से सिकुड़ और क्षय होता जा रहा था, और मेरे दिलने धड़कना बंद कर दिया. मेरे शरीर को अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया गया था और पारंपरिक Budhist शुद्धि संस्कार के माध्यम से रखा गया था.
हालांकि मैं अपने शरीर से दूर लुप्त होते गया , मुझे याद है मेरा मन और आत्मा पूरी तरह से सतर्क थे. मैं एक बहुत, बहुत शक्तिशाली तूफान में था. एक जबरदस्त हवाने उस साडी जगह को चपटा किया जब तक की वहाँ कोई पेड़ या कुछ और कुछ भी खड़ा नहीं रहा था . वहा सिर्फ एक सपाट मैदान रहगया . मैं इस मैदान में बहुत तेजी से कुछ समय के लिए चला गया. वहाँ कोई अन्य, कही भी लोग नही थे, मैं अकेला था. कुछ समय के बाद मैं एक नदी को पार कर गया. नदी की दूसरी तरफ, मैं एक भयानक आग की झील को देखा.
Budhism में हम इस तरह के जगह की एक अवधारणा नहीं है. सबसे पहले मैं उलझन में था और नहीं पता था कि जब तक मैं यम नहीं देखा कि यह नरक - नरक का राजा था. उसका चेहरा एक शेर की तरह उसका शरीर एक शेर के तरह देखा. उसके पैर एक नागा serpant (आत्मा) की तरह थे, वह अपने सिर पर सींग का एक नंबर था. उसका चेहरा बहुत भयंकर था, और मैं बहुत डर गया था. मैं कांप उससे उसका नाम पूछा. वह उत्तर दिया "मैं नरक का राजा, विध्वंसक हूँ. नरक के राजा ने मुझे, आग की झील में देखने के लिए कहा . मैंने देखा और भगवा रंग कि Budhist म्यांमार में भिक्षु पहनने के वस्त्र देखा. मैं बारीकी से देखा और सिर मुंडा एक आदमी देखा. जब मैं ने इस आदमी के चेहरे को देखा मैंने देखा कि यह यू ZADILA KYAR एनआई कार SAYADAW. (प्रसिद्ध भिक्षु, जो 1983 में एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी), मैं नरक के राजा से पूछा, 'क्यों यह नेता यहाँ इस आग की झील मै है ? वह बहुत अच्छा शिक्षक था. उसका एक शिक्षण देने वाला टेप था, "आप एक आदमी या एक कुत्ता है?" जिसने हजारों लोगों को अपना मूल्य को समझने मै मदत की हैं. की मनुष्य पशुओं से अधिक है. नरक के राजा ने उत्तर दिया, "हाँ, वह अच्छा शिक्षक था, लेकिन वह यीशु मसीह में विस्वास नहीं करता था ,इसी लिए वह नरक में है.
मुझे एक और व्यक्ति को जो आग में था उसे देखने के लिए कहा गया था. मैं बहुत लंबे बालों के साथ ,उसके सिर के बाएं हाथ की ओर लिपटे, एक आदमी को देखा. उन्होंने यह भी एक बागे पहने हुए था . मैं इस राजा से, कौन है पूछा? उन्होंने जवाब दिया, "यह गौतम बुद्ध है जिसे आप पूजा करते है," मैं नरक में गौतम को देख बहोत परेशान था . मैंने विरोध किया कि वह अच्छा नैतिकता और अच्छे नैतिक चरित्र वाला था. वह आग की इस झील में क्यों पीड़ित है? नरक का राजा "जवाब यह कोई फर्क नहीं पड़ता वह कितना अच्छा था. वह इस जगह में है, क्योंकि वह अनन्त परमेश्वर में विश्वास नहीं करता था "
मैं ने एक आदमी जो सैनिकों की वर्दी में था देखा. वहा उसकी छाती पर एक बड़ा घाव था. मैंने पूछा कि ये आदमी कौन है? राजा ने कहा, "यह आंग सान म्यांमार की क्रांतिकारी नेता है. "मुझे बताया गया था आंग सान यहाँ है क्योंकि उसने ईसाइयों को सताया और मार डाला, लेकिन ज्यादातर क्योंकि वह यीशु मसीह में विश्वास नहीं करता था," म्यांमार में लोग कहते "कभी नहीं मरते सैनिक, पर वे जीवते रहते हैं" मुझे बताया गया था, legions नरक में एक कहावत आम है, कि कभी नहीं मरते सिपाही है, लेकिन हमेशा के लिए भाड़ में जाओ. मैंने आग की झील में एक और आदमी को देखा. वह बहुत लंबा है और सैन्य कवच पहने था. उन्होंने यहा भी एक तलवार और ढाल के पकड़े हुए था. यह आदमी जो मैंने कभी देखा था, किसी भी व्यक्ति से अधिक लम्बे था और उसके माथे पर एक घाव था. वह छह बार एक आदमी की कोहनी और अपनी उंगलियों के सुझावों के बीच लंबाई थी. नरक का राजा ने कहा "इस मनुष्य नाम गोलियत है. वह नरक में है क्योंकि वह अनन्त परमेश्वर और उसके दास दाऊद की निन्दा की. मैं उलझन में था. मैं तो गोलिअथ या दाऊद के बारे में जानता न था. उन्होंने कहा कि गोअलिअथ के बारे में ईसाई बाइबल में दर्ज की गई है. अब आप उसे नहीं जन पाएंगे लेकिन जब आप एक ईसाई बन जाते हैं आप को पता चल जाएगा कि वह कौन है ?. नरक का एक और राजा को मेरे पास आया. जिसका काम आग की झील मैं इंधन झोकने का ,आग की झील के निचे आग को देखा ,यह गर्म ढ़कने के लिए किये जारहा (व्यक्ति) ने मुझसे पूछा "आप भी आग की झील में जा रहे हैं मैं ने कहा" नही ! मैं यहाँ निरीक्षण करने के लिए आया हु ! " .इस आग को भड़काने प्राणी की उपस्थिति बहुत भयानक है, वह उसके सिर पर दस सींग और उसके हाथ में एक भाला है कि 7 तेज अंत से आ रहा ब्लेड था. वह प्राणी मुझसे कहा, "आप ठीक कह रहे हैं, आप यहाँ आए केवल निरीक्षण हेतु आये है , मैं आपका नाम यहाँ नहीं पता हु , उसने कहा. उसने मुझे उजाड़ मैदान की ओर इशारा किया" जिस तरह से तुम आये ,तुम्हे अब वापस जाना चाहिए, इससे पहले कि मैं आग की झील में आया था उस उजाड़ मैदान में . मैं एक लंबे समय तक चलता गया, तब तक मेरा खून बह रहा था, मैं बहुत दर्द में था, 3 घंटे तक चलने के बाद अंत में मैं एक विस्तृत सड़क के लिए आया था. मैं कुछ समय के लिए इस सड़क पर चलता चला गया तब मैं एक ऐसे छोर पर आया था.जहा पर दो अलग अलग रस्ते निकलते है , एक जो सडक बायीं और जारही थी वो विस्र्तुत थी .और दाहिने हाथ की सडक छोटी थी .जहा से दो सडक शुरू होते है ,वहा पर बोर्ड लिखा हुआ था , कि जो प्रभु यीशु मसीह में विश्वास नहीं करते उनके लिए ये बायीं वाली सडक . सड़क के पोस्ट पर संकेत था. छोटी सडक यीशु मसीह में विश्वासियों के लिए थी . मैं देखने के लिए उत्सुक था की बड़े सड़क का कहा अंत होता है , इसलिए मैंने वहा नीचे चलना शुरू कर दिया. ३०० गज की दुरी पर मैंने दो पुरुषों को चलते देखा ,मै उनके साथ चलना चाहता था ,इस लिए मै जितने जोर से चलने की कोशिश करता की मै उनको पकड़ पासकू ,लेकिन मै असफल हो जाता .इस कारण मै दुबारा वापस मुडा जहा से मैंने चलना शुरू किया था ,वहा पर आ गया ,और उनको वही से उन्हें 2 पुरुषों को देखने के लिए जारी रखा ,के अचानक से उनको चाकू से मारा गया, इन दो आदमियों को बहोत दर्द हो रहा था , मैं भी बाहर रोया जब मैंने देखा कि उन्हें क्या हुआ. मैं जाना के बड़ी सड़क के आगे अंत मे बड़ा खतरा है यह एहसास हुआ. उस सडक के बजाय, मैं विश्वासियों की सड़क पर चलना शुरू कर दिया. सड़क की सतह के बारे में :एक घंटे के लिए यात्रा करने के बाद सडक की सतह शुद्ध सोने में बदल गयी . यह इतना शुद्ध कि जब मैं नीचे देखा तो मैं पूरी तरह से अपना खुद का प्रतिबिंब देख सकता था. मैं नै एक आदमी को मेरे सामने खड़े देखा. वह एक सफेद बागे पहने हुए था . मैं सुंदर गीत गाते हुए सुना. ओह, यह बहुत सुंदर और शुद्ध है ,यह काफी बेहतर है और हम यहाँ पृथ्वी पर चर्च में जो आराधना की तुलना में अधिक सार्थक था. सफेद बागे में आदमी ने मुझे उसके साथ चलने के लिए कहा. मैंने उससे पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है? लेकिन उसने जवाब नहीं दिया.उसके के बाद मैं उसे आदमी को छह बार पूछा उसने जवाब दिया " मैं उनमेसे एक हु जिसके पास स्वर्ग की कुंजी है . आदमी का नाम पीटर था , स्वर्ग एक बहुत सुंदर जगह है, तुम वहाँ अब नहीं जा सकते है, लेकिन अगर आप यीशु मसीह के पीछे चलोगे , उसके बाद आप जब पृथ्वी पर तुम्हारा जीवन समाप्त हो जायगा ,यह आ सकते हो . " पीटरने ( पतरस ) फिर मुझसे नीचे बैठने के लिए कहा और मुझे उत्तर की और देखने के लिए कहा, देखो " परमेश्वर ने मनुष को बनाया. मैं एक दूरी से अनन्त परमेश्वर को देखा. परमेश्वर ने दूत से कहा " आओ हम मनुष (आदमी) बनाये (LET US MAKE MAN )" दूतोने परमेश्वर के पास बिनंती की ,और कहा "कृपया मनुष्य का निर्माण मत कर ,मनुष्य गलती करेगा और आपको शोकित करेगा . लेकिन पर्मेश्वरने ने एक आदमी को वैसे भी बनाया. पर्मेश्वरने आदमी पर फुक दिया और आदमी जिंदा बन गया.उसने उसे "आदम" नाम दिया
तब पतरस ने कहा कि अब उठ जाओ और तुम जहासे आये है वापस जाओ. लोगों को जो बुद्ध की पूजा करते हैं और जो मूर्तियों की पूजा करते हैं बोलो. उन्हें बताओ कि वे नरक में जाएंगे अगर वे बदली नहीं हुए. जो मंदिरों और मूर्तियों का निर्माण करते है उनको भी नरक में जाना होगा. जो भिक्षुओं को दान देकर खुद के लिए योग्यता कमाने देखते है ,उनको नरक में जाना होगा. वे जो मंत्र पढ़ते और मूर्तियों को जीवन देते हैं , उन्हें नर्क मे जाना होगा "पीटर ने कहा था कि पृथ्वी पर वापस जाना है और जो मैंने देखा था उन चीजों के बारे में गवाही देना है .
उन्होंने यह भी कहा कि अब , आप अपने नए नाम में बात करनी चाहिए. तुम अब से Athet Otab Shinthaw Paulu (पॉल, जो जीवन के लिए वापस आ गया) के नामसे जाने जाओगे. मैं वापस नहीं जाना चाहता था, मैं स्वर्ग में जाना चाहता था. दुतने (एन्जिल्स) एक किताब खोली . पहले वे मेरी किताब में बचपन के नाम (Thitpin) के लिए देखा , लेकिन नहीं मिला. वे उस नाम को देखा जब मैं Budhist योगीत्व (यू Panitha Ashinthuriya नाता) में प्रवेश दिया गया था लेकिन यह किताब में भी नहीं लिखा गया था. तब पतरस ने कहा "आपका नाम यहाँ नहीं लिखा है, तुम को वापस जाना है और बुद्धिस्ट लोगोको यिशुके बारेमे गवाही देनी चाहिए . मैं सुनहरा पथ से वापस चला गया. फिर से मैं सुंदर गीतों को गाते हुए सुना. इस प्रकार से जिसमें पहले या बाद से मैंने कभी नहीं सुना. पीटर उस समय मेरे साथ पृथ्वी पर लौटने तक, मेरे साथ चला, बाद मे वह चला गया) उसने मुझे एक सीढ़ी को दिखाया जो कि स्वर्ग से आकाश तक पहुंचा था . सीढ़ी पृथ्वी तक पहुँची नहीं थी , लेकिन मध्य हवा में रोक दियी थी . सीढ़ी पर मैं कई स्वर्गदूतों को देखा, कुछ स्वर्ग के लिए जा रहा है और कुछ सीढ़ीसे निचे जा रहे थे. वे बहुत व्यस्त थे. मैंने पूछा पीटर "वे क्या कर रहे हैं" पतरस ने उत्तर दिया कि वे परमेश्वर के दूत हैं. वे स्वर्ग में परमेश्वर को येशु पर विश्वास और येशु पर विश्वासना करने वालो के विषय में रिपोर्ट कर रहे हैं. पीटर ने मुझे बताया कि यह समय वापस जाने का है ..
अगली बात मैं रोने की आवाज़ सुनकर जागृत होगया . मैंने सुना मेरी खुद की माँ बाहर रोरही है "मेरे बेटे, मेरे बेटे तुम हमें अब क्यों छोड़ कर गये ? "मैं और भी कई अन्य लोगों का रोना सुना. मुझे एहसास हुआ कि मैं एक बॉक्स में लेटा हुआ था . मैं ने हिलना शुरू कर दिया. मेरी माँ और पिता ने चिल्लाना शुरू किया , अन्य लोग जो आगे दूर खड़े थे .उन्होंने विश्वास नहीं किया. मेरे माता पिता ने कहा" नहीं वह जिंदा है ". मैं तो बॉक्स के उपर अपना हाथ रखा और सीधा बैठ गया. कई लोग आतंकित हो गए . "यह भूत है. उन्होंने दोहाई दी और भाग गये .
जो जो वहा थे वे मूक बने रहे. speachless और कांप गये. मैंने देखा मैं बदबूदार तरल और शरीर के तरल पदार्थ में बैठा हुआ था, यह तीन और आधा कप भरने के बराबर था . यह तरल था यह मेरे पेट और मेरे शारीर के अन्दर से बाहर आया था, जब मेरा शरीर ताबूत के अंदर लेटा हुआ था. क्यों की लोगों को पता था कि मैं वास्तव में मर गया था, ताबूत के अंदर वहाँ प्लास्टिक की चादर को एक प्रकार से वहाँ रखा गया था ,क्योकि लाश में से तरल पदार्थ बहते रहता था ,कई शवों से अधिक तरल पदार्थ बहता है ,जैसे की मेरे शारीर से बहा था. मुझे बाद में पता चला कि मैं आग की लपटों में अंतिम संस्कार किया जाने से सिर्फ कुछ क्षण दूर था . म्यांमार में लोगों को ताबूतों में रखा जाता है. ढक्कन बंद करते है और पूरे ताबूत को जला देते है. जब मैं वापस जीवन ,जीने के लिए आया था,उस समय मेरी माँ और पिता अंतिम बार मेरे शरीर को देखने के लिए अनुमति दी गई .और कुछ क्षणों बाद ढक्कन बंद किया जाता है और मेरा अंतिम संस्कार किया जाता . मैं ने तुरंत ही जो कुछ मैंने देखा और सुना था उसे बताना शुरू कर दिया. लोग चकित थे. मैं उन्हें उन पुरुषों के बारे मैं जिन्हें मैंने आग की झील में देखा था उसके बारे में बताया और उन्हें बताया कि केवल ईसाइयों को सच पता है, हम और हमारे पूर्वजों को हजारों वर्षोसे धोखा दिया गया है. मैंने उन्हें बताया कि सब कुछ हम जो विश्वास करते है वो झूठ है. लोग चकित थे क्योंकि उन्हें पता था कि मैं किस प्रकार का एक भिक्षु था और कैसे मैं बुद्ध की शिक्षाओं के विषय में आवेश पूर्ण था .
म्यांमार में जब एक व्यक्ति मर जाता है, उसका नाम और उम्र ताबूत के उपर लिखा जाता है . जब एक साधु मर जाता है, उसका नाम, उम्र और एक साधु के रूप में जो सेवा की है , उन वर्षों की संख्या ताबूत के उपर लिखा जाता है. मैं पहले से ही मृत के रूप में दर्ज किया गया है लेकिन जैसा कि आप देख सकते हैं, अब मैं जिंदा हूँ.
नोट: पॉल जो वापस जीवन के लिए आया था वह प्रभु यीशु मसीह के लिए एक विश्वासयोग्य साक्षी बना हुआ है. इसके बाद के संस्करण की कहानी का अनुभव. बर्मी pastors ने हमें बताया है कि वह अन्य भिक्षुओं को सैकड़ों में , मसीह में विश्वास करने के लिए नेतृत्व किया था. उसकी गवाही स्पष्ट रूप से बहुत से मामले में समझौता नहीं है, उस की वजह से अपने संदेश कई लोग हैं जो स्वीकार नहीं कर सकते कि केवल एक ही स्वर्ग का रास्ता है ,और वह प्रभु यीशु मसीह है . काफी विरोध के बावजूद ,अपने अनुभव जो उस के लिए वास्तविक है .वह अनिर्णयपूर्ण स्थिति में नही था .
बुद्धिस्ट योगीत्व में कई वर्षों को बिताने के बाद, बौद्ध शिक्षाओं का एक सख्त अनुयायी के रूप में,बुद्धिस्ट योगीत्व में कई वर्षों को बिताने के बाद, वह तुरंत उसके पुनजिवत होने के साथ मसीह के सुसमाचार की घोषणा की. अन्य भिक्षुओं को आवाहन किया की सभी झूठे देवताओं को त्यागे और अपने सभी दिल के साथ यीशु मसीह का पालन करे.उसकी बीमारी और मृत्यु के समय, इससे पहले कि वह ईसाई धर्म की कोई जानकारी नही थी. वह प्रभु येशु का प्रकाशन , कब्र में उन तीन दिनों के दौरान मिला ,यह सब कुछ उसके मन में नया था.
संभव के रूप में के रूप में कई लोगों को अपने संदेश बाहर निकलना बोली में, यह आधुनिक दिन लाजर ऑडियो और वीडियो कैसेट टेप बांटने लगा ताकि इस घोषणा के द्वारा बहोत सारे लोगोको उनके झूटे विश्वास से बहार निकाले . हमें बताया जाता है यह अब म्यांमार के नागरिकों के लिए इन टेपों को अपने पास में में रखना काफी खतरनाक है.
उनकी निडर गवाही ने उसे जेल में भेजा है. एक बार, जहां अधिकारियों की उसके लिए उसे मौत की घोषणा भी विफल रही है. अपनी रिहाई पर, वह बातें जो उन्होंने देखा और सुना गवाही देने के लिए जारी रखा. उसके मौजूदा ठिकाने अनिश्चित हैं. एक बर्मी मुखबिर हमें बताया कि वह कैद है और हो सकता है वो मारे गए हो . जबकि एक अन्यने बताया वह अब जेल में है और अपने सेवा को जारी रखा है .
मेरी ज़िंदगी से .
मैं 1958 में Bogale के शहर में पैदा हुआ था, दक्षिणी म्यांमार [पूर्व में म्यांमार] के इरावाडी डेल्टा क्षेत्र पर है. मेरे माता पिता, जो म्यांमार में ज्यादातर लोगों की तरह एक भक्त बौद्ध थे मुझे नाम दिया Thitpin उसे अंग्रेजी में 'पेड़' कहते है]. हमारा जीवन बहुत सरल था जहाँ मैं बड़ा हुआ. मैं 13 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया और एक मछली पकड़ने की नाव पर काम करना शुरू कर दिया. हम मछली पकड़ लिया करते थे और कभी कभी भी इरावाडी क्षेत्र में कई और नदियों से खैकड़े . 16 की उम्र में मैं नाव के नेता बन गया . इस समय मैं ऊपरी Mainmahlagyon द्वीप में रहता था .[Mainmahlagyon अंग्रेजी में उसका अर्थ , खूबसूरत औरत, द्वीप है, बस उत्तर Bogale जहां मैं पैदा हुआ था. इस जगह के बारे में 100 मील यांगून [रंगून के दक्षिण पश्चिम है, हमारे
राष्ट्र की कैपिटील शहर है.
एक दिन, जब मैं 17 वर्ष का था , हम हमारे जाल में मछली बहोत ज्यादा बड़ी संख्या में पकडी. इतनी ज्यादा मछली की वजह से, एक बडा मगरमच्छ हमारे और आकर्षित हो गया था. उसने हमारी नाव का पीछा किया और हम पर हमला करने की कोशिश की. हम तो पागल के जैसे जितना तेजीसे नव चला सकते थे चला कर तेजीसे नदी किनारे की और हमारे नावों को भगा रहै थे . हम डर गए थे . मगरमच्छने हमारा पीछा किया और अपनी पूँछ से हमारी नाव तोड़ी. हालांकि इस घटना में किसीकी मृत्यु नहीं हो गई,पर हमले मेरे जीवन को बहोत प्रभावित किया . मैं अब मछली पकड़ना नही चाहता था . हमारी छोटी सी नाव मगरमच्छ के हमले की वजह से डूब गयी . हम हमारे गांव के घर, उस रात एक यात्री नाव पर गये थे.
कुछ समय के बाद, मेरे पिताजी के मालिक ने यांगून शहर [ रंगून] में , मेरे पिता का तबादला किया , 18 साल की उम्र में मैं एक बौद्ध मठ में भेजा गया था. एक नौसिखिया भिक्षु हो. म्यांमार में अधिकांश माता पिता अपने बेटे को एक बौद्ध मठ में भेजने का प्रयास करते है , कम से कम एक समय के लिए ,इस रूप में यह एक महान सम्मान है, इस तरह से यह ,एक पुत्र की सेवा मानि जाती है. कइ सेकड़ो सालोंसे हम इस परंपरा को देख रहे है .
बुद्ध का एक उत्साही शिष्य
जब मैं 19 साल और 3 महीने का होगया (1977 में), मैं एक सामान्य भिक्षु बन गया. मेरे मठ में वरिष्ठ भिक्षु ने मुझे एक नया बौद्ध नाम दिया , जो हमारे देश में रिवाज है . मैं अब यू नाता Pannita Ashinthuriya के बुलाया गया था. जब हम एक संन्यासी होगए तब , हम जन्म के समय हमारे माता पिता ने हमें दिया नाम का उपयोग नही करते है . मैं मठ में रहता था, मठ का नाम मांडले Kyaikasan Kyaing कहा जाता है. वरिष्ठ भिक्षु के नाम यू Zadila Kyar नी कान Sayadaw [यू Zadila उसका शीर्षक है] कहा जाता था. वह म्यांमार की सभी भिक्षु में सबसे प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु था. हर कोई जानता था वह कौन था. वह व्यापक रूप से लोगों द्वारा सम्मानित किया गया था और एक महान शिक्षक के रूप में उसे सम्मान प्राप्त था . मैं कहना है कि वह था "" क्योंकि वह 1983 में उसकी अचानक मृत्यु हो गई . वह एक घातक कार दुर्घटना में मारा गया था. उसकी मौत हर कोई हैरान है. मैं उस समय पर
छह साल का एक साधु था.
मैं जितनी कड़ी मेहनत कर सकता था मै ने की ,ताकि मै सबसे अच्छा भिक्षु बन सकू ,और बौद्ध धर्म के सभी उपदेशों का पालन करने की पूरी कोशिश की. एकसमय पर , मैं जहां रहता था ,वहा एक कब्रस्तान है ,वहा मै लगातार ध्यान साधना के लिए ले जाता था . कुछ भिक्षुओं जो वास्तव में बुद्ध के सत्य को जानना चाहते थे, जैसे मैंने किया था वैसा करते थे. कुछ वहा पर वे आत्मत्याग और गरीबी का जीवन जीने के लिए जंगलों में गहरे अंदर चले गए . मैं मेरे स्वार्थी विचारों और इच्छाओं से इनकार करने के लिए, बीमारी और पीड़ा से बचने के लिए और इस दुनिया के चक्र से मुक्ति की मांग की. कब्रिस्तान में मैं भूत का डर नहीं था. मैं में मन की शांति और आत्मज्ञान प्राप्त करने की कोशिश की है कि यहां तक कि जब एक मच्छर
मैं मेरी बांह पर उतरा है,और मुझे वो काट रहाथा,पर मैने उसे मारा नही ! मै ने सालभर अछा भिक्षु बनने के लिए जितना प्रयास कर सकता था किया ,मै ने किसी भी जिव को हानी नहीं पहुंचाई .जो सालोंसे मेरे सभी पुर्वजोने मुझसे पहलेपवित्र बौद्ध शिक्षाओं का अध्यन किया था वैसे किया . मेरा जीवन एक संन्यासी के रूप में बढ़ते गया , तब तक मैं बहुत, बहुत बीमार हो गया. मैं उस समय पर मंडाले में था और उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था. डॉक्टरों ने मुझे कुछ परीक्षण किया था और मुझे कहा कि मैं एक ही समय में दोनों पीले बुखार और मलेरियासे बीमार था! अस्पताल में लगभग एक महीने के बाद मेरी हालत और बदतर हो रही थी. डॉक्टरों ने मुझे बताया कि ठीक होने का कोई मौका नही है और मुझे एक rrangements मरने के लिए छुट्टी देदी .
यह मेरे अतीत का एक संक्षिप्त विवरण है. इस समय के बाद मेरे साथ जो उलेखनीय बाते हुई उसे बताना चाहता हु ...
मुझे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, मैं monastry जहां अन्य भिक्षुओं मेरा ध्यान रखते थे उनके पास वापस चला गया. मैं कमजोर और कमजोर हुआ था और बेहोशी unconciousness में lapsing गिरता गया . मुझे बाद में पता चला कि मैं वास्तव में 3 दिनों के लिए मर गया था . मेरा शरीर मौत से सिकुड़ और क्षय होता जा रहा था, और मेरे दिलने धड़कना बंद कर दिया. मेरे शरीर को अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया गया था और पारंपरिक Budhist शुद्धि संस्कार के माध्यम से रखा गया था.
हालांकि मैं अपने शरीर से दूर लुप्त होते गया , मुझे याद है मेरा मन और आत्मा पूरी तरह से सतर्क थे. मैं एक बहुत, बहुत शक्तिशाली तूफान में था. एक जबरदस्त हवाने उस साडी जगह को चपटा किया जब तक की वहाँ कोई पेड़ या कुछ और कुछ भी खड़ा नहीं रहा था . वहा सिर्फ एक सपाट मैदान रहगया . मैं इस मैदान में बहुत तेजी से कुछ समय के लिए चला गया. वहाँ कोई अन्य, कही भी लोग नही थे, मैं अकेला था. कुछ समय के बाद मैं एक नदी को पार कर गया. नदी की दूसरी तरफ, मैं एक भयानक आग की झील को देखा.
Budhism में हम इस तरह के जगह की एक अवधारणा नहीं है. सबसे पहले मैं उलझन में था और नहीं पता था कि जब तक मैं यम नहीं देखा कि यह नरक - नरक का राजा था. उसका चेहरा एक शेर की तरह उसका शरीर एक शेर के तरह देखा. उसके पैर एक नागा serpant (आत्मा) की तरह थे, वह अपने सिर पर सींग का एक नंबर था. उसका चेहरा बहुत भयंकर था, और मैं बहुत डर गया था. मैं कांप उससे उसका नाम पूछा. वह उत्तर दिया "मैं नरक का राजा, विध्वंसक हूँ. नरक के राजा ने मुझे, आग की झील में देखने के लिए कहा . मैंने देखा और भगवा रंग कि Budhist म्यांमार में भिक्षु पहनने के वस्त्र देखा. मैं बारीकी से देखा और सिर मुंडा एक आदमी देखा. जब मैं ने इस आदमी के चेहरे को देखा मैंने देखा कि यह यू ZADILA KYAR एनआई कार SAYADAW. (प्रसिद्ध भिक्षु, जो 1983 में एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी), मैं नरक के राजा से पूछा, 'क्यों यह नेता यहाँ इस आग की झील मै है ? वह बहुत अच्छा शिक्षक था. उसका एक शिक्षण देने वाला टेप था, "आप एक आदमी या एक कुत्ता है?" जिसने हजारों लोगों को अपना मूल्य को समझने मै मदत की हैं. की मनुष्य पशुओं से अधिक है. नरक के राजा ने उत्तर दिया, "हाँ, वह अच्छा शिक्षक था, लेकिन वह यीशु मसीह में विस्वास नहीं करता था ,इसी लिए वह नरक में है.
मुझे एक और व्यक्ति को जो आग में था उसे देखने के लिए कहा गया था. मैं बहुत लंबे बालों के साथ ,उसके सिर के बाएं हाथ की ओर लिपटे, एक आदमी को देखा. उन्होंने यह भी एक बागे पहने हुए था . मैं इस राजा से, कौन है पूछा? उन्होंने जवाब दिया, "यह गौतम बुद्ध है जिसे आप पूजा करते है," मैं नरक में गौतम को देख बहोत परेशान था . मैंने विरोध किया कि वह अच्छा नैतिकता और अच्छे नैतिक चरित्र वाला था. वह आग की इस झील में क्यों पीड़ित है? नरक का राजा "जवाब यह कोई फर्क नहीं पड़ता वह कितना अच्छा था. वह इस जगह में है, क्योंकि वह अनन्त परमेश्वर में विश्वास नहीं करता था "
मैं ने एक आदमी जो सैनिकों की वर्दी में था देखा. वहा उसकी छाती पर एक बड़ा घाव था. मैंने पूछा कि ये आदमी कौन है? राजा ने कहा, "यह आंग सान म्यांमार की क्रांतिकारी नेता है. "मुझे बताया गया था आंग सान यहाँ है क्योंकि उसने ईसाइयों को सताया और मार डाला, लेकिन ज्यादातर क्योंकि वह यीशु मसीह में विश्वास नहीं करता था," म्यांमार में लोग कहते "कभी नहीं मरते सैनिक, पर वे जीवते रहते हैं" मुझे बताया गया था, legions नरक में एक कहावत आम है, कि कभी नहीं मरते सिपाही है, लेकिन हमेशा के लिए भाड़ में जाओ. मैंने आग की झील में एक और आदमी को देखा. वह बहुत लंबा है और सैन्य कवच पहने था. उन्होंने यहा भी एक तलवार और ढाल के पकड़े हुए था. यह आदमी जो मैंने कभी देखा था, किसी भी व्यक्ति से अधिक लम्बे था और उसके माथे पर एक घाव था. वह छह बार एक आदमी की कोहनी और अपनी उंगलियों के सुझावों के बीच लंबाई थी. नरक का राजा ने कहा "इस मनुष्य नाम गोलियत है. वह नरक में है क्योंकि वह अनन्त परमेश्वर और उसके दास दाऊद की निन्दा की. मैं उलझन में था. मैं तो गोलिअथ या दाऊद के बारे में जानता न था. उन्होंने कहा कि गोअलिअथ के बारे में ईसाई बाइबल में दर्ज की गई है. अब आप उसे नहीं जन पाएंगे लेकिन जब आप एक ईसाई बन जाते हैं आप को पता चल जाएगा कि वह कौन है ?. नरक का एक और राजा को मेरे पास आया. जिसका काम आग की झील मैं इंधन झोकने का ,आग की झील के निचे आग को देखा ,यह गर्म ढ़कने के लिए किये जारहा (व्यक्ति) ने मुझसे पूछा "आप भी आग की झील में जा रहे हैं मैं ने कहा" नही ! मैं यहाँ निरीक्षण करने के लिए आया हु ! " .इस आग को भड़काने प्राणी की उपस्थिति बहुत भयानक है, वह उसके सिर पर दस सींग और उसके हाथ में एक भाला है कि 7 तेज अंत से आ रहा ब्लेड था. वह प्राणी मुझसे कहा, "आप ठीक कह रहे हैं, आप यहाँ आए केवल निरीक्षण हेतु आये है , मैं आपका नाम यहाँ नहीं पता हु , उसने कहा. उसने मुझे उजाड़ मैदान की ओर इशारा किया" जिस तरह से तुम आये ,तुम्हे अब वापस जाना चाहिए, इससे पहले कि मैं आग की झील में आया था उस उजाड़ मैदान में . मैं एक लंबे समय तक चलता गया, तब तक मेरा खून बह रहा था, मैं बहुत दर्द में था, 3 घंटे तक चलने के बाद अंत में मैं एक विस्तृत सड़क के लिए आया था. मैं कुछ समय के लिए इस सड़क पर चलता चला गया तब मैं एक ऐसे छोर पर आया था.जहा पर दो अलग अलग रस्ते निकलते है , एक जो सडक बायीं और जारही थी वो विस्र्तुत थी .और दाहिने हाथ की सडक छोटी थी .जहा से दो सडक शुरू होते है ,वहा पर बोर्ड लिखा हुआ था , कि जो प्रभु यीशु मसीह में विश्वास नहीं करते उनके लिए ये बायीं वाली सडक . सड़क के पोस्ट पर संकेत था. छोटी सडक यीशु मसीह में विश्वासियों के लिए थी . मैं देखने के लिए उत्सुक था की बड़े सड़क का कहा अंत होता है , इसलिए मैंने वहा नीचे चलना शुरू कर दिया. ३०० गज की दुरी पर मैंने दो पुरुषों को चलते देखा ,मै उनके साथ चलना चाहता था ,इस लिए मै जितने जोर से चलने की कोशिश करता की मै उनको पकड़ पासकू ,लेकिन मै असफल हो जाता .इस कारण मै दुबारा वापस मुडा जहा से मैंने चलना शुरू किया था ,वहा पर आ गया ,और उनको वही से उन्हें 2 पुरुषों को देखने के लिए जारी रखा ,के अचानक से उनको चाकू से मारा गया, इन दो आदमियों को बहोत दर्द हो रहा था , मैं भी बाहर रोया जब मैंने देखा कि उन्हें क्या हुआ. मैं जाना के बड़ी सड़क के आगे अंत मे बड़ा खतरा है यह एहसास हुआ. उस सडक के बजाय, मैं विश्वासियों की सड़क पर चलना शुरू कर दिया. सड़क की सतह के बारे में :एक घंटे के लिए यात्रा करने के बाद सडक की सतह शुद्ध सोने में बदल गयी . यह इतना शुद्ध कि जब मैं नीचे देखा तो मैं पूरी तरह से अपना खुद का प्रतिबिंब देख सकता था. मैं नै एक आदमी को मेरे सामने खड़े देखा. वह एक सफेद बागे पहने हुए था . मैं सुंदर गीत गाते हुए सुना. ओह, यह बहुत सुंदर और शुद्ध है ,यह काफी बेहतर है और हम यहाँ पृथ्वी पर चर्च में जो आराधना की तुलना में अधिक सार्थक था. सफेद बागे में आदमी ने मुझे उसके साथ चलने के लिए कहा. मैंने उससे पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है? लेकिन उसने जवाब नहीं दिया.उसके के बाद मैं उसे आदमी को छह बार पूछा उसने जवाब दिया " मैं उनमेसे एक हु जिसके पास स्वर्ग की कुंजी है . आदमी का नाम पीटर था , स्वर्ग एक बहुत सुंदर जगह है, तुम वहाँ अब नहीं जा सकते है, लेकिन अगर आप यीशु मसीह के पीछे चलोगे , उसके बाद आप जब पृथ्वी पर तुम्हारा जीवन समाप्त हो जायगा ,यह आ सकते हो . " पीटरने ( पतरस ) फिर मुझसे नीचे बैठने के लिए कहा और मुझे उत्तर की और देखने के लिए कहा, देखो " परमेश्वर ने मनुष को बनाया. मैं एक दूरी से अनन्त परमेश्वर को देखा. परमेश्वर ने दूत से कहा " आओ हम मनुष (आदमी) बनाये (LET US MAKE MAN )" दूतोने परमेश्वर के पास बिनंती की ,और कहा "कृपया मनुष्य का निर्माण मत कर ,मनुष्य गलती करेगा और आपको शोकित करेगा . लेकिन पर्मेश्वरने ने एक आदमी को वैसे भी बनाया. पर्मेश्वरने आदमी पर फुक दिया और आदमी जिंदा बन गया.उसने उसे "आदम" नाम दिया
तब पतरस ने कहा कि अब उठ जाओ और तुम जहासे आये है वापस जाओ. लोगों को जो बुद्ध की पूजा करते हैं और जो मूर्तियों की पूजा करते हैं बोलो. उन्हें बताओ कि वे नरक में जाएंगे अगर वे बदली नहीं हुए. जो मंदिरों और मूर्तियों का निर्माण करते है उनको भी नरक में जाना होगा. जो भिक्षुओं को दान देकर खुद के लिए योग्यता कमाने देखते है ,उनको नरक में जाना होगा. वे जो मंत्र पढ़ते और मूर्तियों को जीवन देते हैं , उन्हें नर्क मे जाना होगा "पीटर ने कहा था कि पृथ्वी पर वापस जाना है और जो मैंने देखा था उन चीजों के बारे में गवाही देना है .
उन्होंने यह भी कहा कि अब , आप अपने नए नाम में बात करनी चाहिए. तुम अब से Athet Otab Shinthaw Paulu (पॉल, जो जीवन के लिए वापस आ गया) के नामसे जाने जाओगे. मैं वापस नहीं जाना चाहता था, मैं स्वर्ग में जाना चाहता था. दुतने (एन्जिल्स) एक किताब खोली . पहले वे मेरी किताब में बचपन के नाम (Thitpin) के लिए देखा , लेकिन नहीं मिला. वे उस नाम को देखा जब मैं Budhist योगीत्व (यू Panitha Ashinthuriya नाता) में प्रवेश दिया गया था लेकिन यह किताब में भी नहीं लिखा गया था. तब पतरस ने कहा "आपका नाम यहाँ नहीं लिखा है, तुम को वापस जाना है और बुद्धिस्ट लोगोको यिशुके बारेमे गवाही देनी चाहिए . मैं सुनहरा पथ से वापस चला गया. फिर से मैं सुंदर गीतों को गाते हुए सुना. इस प्रकार से जिसमें पहले या बाद से मैंने कभी नहीं सुना. पीटर उस समय मेरे साथ पृथ्वी पर लौटने तक, मेरे साथ चला, बाद मे वह चला गया) उसने मुझे एक सीढ़ी को दिखाया जो कि स्वर्ग से आकाश तक पहुंचा था . सीढ़ी पृथ्वी तक पहुँची नहीं थी , लेकिन मध्य हवा में रोक दियी थी . सीढ़ी पर मैं कई स्वर्गदूतों को देखा, कुछ स्वर्ग के लिए जा रहा है और कुछ सीढ़ीसे निचे जा रहे थे. वे बहुत व्यस्त थे. मैंने पूछा पीटर "वे क्या कर रहे हैं" पतरस ने उत्तर दिया कि वे परमेश्वर के दूत हैं. वे स्वर्ग में परमेश्वर को येशु पर विश्वास और येशु पर विश्वासना करने वालो के विषय में रिपोर्ट कर रहे हैं. पीटर ने मुझे बताया कि यह समय वापस जाने का है ..
अगली बात मैं रोने की आवाज़ सुनकर जागृत होगया . मैंने सुना मेरी खुद की माँ बाहर रोरही है "मेरे बेटे, मेरे बेटे तुम हमें अब क्यों छोड़ कर गये ? "मैं और भी कई अन्य लोगों का रोना सुना. मुझे एहसास हुआ कि मैं एक बॉक्स में लेटा हुआ था . मैं ने हिलना शुरू कर दिया. मेरी माँ और पिता ने चिल्लाना शुरू किया , अन्य लोग जो आगे दूर खड़े थे .उन्होंने विश्वास नहीं किया. मेरे माता पिता ने कहा" नहीं वह जिंदा है ". मैं तो बॉक्स के उपर अपना हाथ रखा और सीधा बैठ गया. कई लोग आतंकित हो गए . "यह भूत है. उन्होंने दोहाई दी और भाग गये .
जो जो वहा थे वे मूक बने रहे. speachless और कांप गये. मैंने देखा मैं बदबूदार तरल और शरीर के तरल पदार्थ में बैठा हुआ था, यह तीन और आधा कप भरने के बराबर था . यह तरल था यह मेरे पेट और मेरे शारीर के अन्दर से बाहर आया था, जब मेरा शरीर ताबूत के अंदर लेटा हुआ था. क्यों की लोगों को पता था कि मैं वास्तव में मर गया था, ताबूत के अंदर वहाँ प्लास्टिक की चादर को एक प्रकार से वहाँ रखा गया था ,क्योकि लाश में से तरल पदार्थ बहते रहता था ,कई शवों से अधिक तरल पदार्थ बहता है ,जैसे की मेरे शारीर से बहा था. मुझे बाद में पता चला कि मैं आग की लपटों में अंतिम संस्कार किया जाने से सिर्फ कुछ क्षण दूर था . म्यांमार में लोगों को ताबूतों में रखा जाता है. ढक्कन बंद करते है और पूरे ताबूत को जला देते है. जब मैं वापस जीवन ,जीने के लिए आया था,उस समय मेरी माँ और पिता अंतिम बार मेरे शरीर को देखने के लिए अनुमति दी गई .और कुछ क्षणों बाद ढक्कन बंद किया जाता है और मेरा अंतिम संस्कार किया जाता . मैं ने तुरंत ही जो कुछ मैंने देखा और सुना था उसे बताना शुरू कर दिया. लोग चकित थे. मैं उन्हें उन पुरुषों के बारे मैं जिन्हें मैंने आग की झील में देखा था उसके बारे में बताया और उन्हें बताया कि केवल ईसाइयों को सच पता है, हम और हमारे पूर्वजों को हजारों वर्षोसे धोखा दिया गया है. मैंने उन्हें बताया कि सब कुछ हम जो विश्वास करते है वो झूठ है. लोग चकित थे क्योंकि उन्हें पता था कि मैं किस प्रकार का एक भिक्षु था और कैसे मैं बुद्ध की शिक्षाओं के विषय में आवेश पूर्ण था .
म्यांमार में जब एक व्यक्ति मर जाता है, उसका नाम और उम्र ताबूत के उपर लिखा जाता है . जब एक साधु मर जाता है, उसका नाम, उम्र और एक साधु के रूप में जो सेवा की है , उन वर्षों की संख्या ताबूत के उपर लिखा जाता है. मैं पहले से ही मृत के रूप में दर्ज किया गया है लेकिन जैसा कि आप देख सकते हैं, अब मैं जिंदा हूँ.
नोट: पॉल जो वापस जीवन के लिए आया था वह प्रभु यीशु मसीह के लिए एक विश्वासयोग्य साक्षी बना हुआ है. इसके बाद के संस्करण की कहानी का अनुभव. बर्मी pastors ने हमें बताया है कि वह अन्य भिक्षुओं को सैकड़ों में , मसीह में विश्वास करने के लिए नेतृत्व किया था. उसकी गवाही स्पष्ट रूप से बहुत से मामले में समझौता नहीं है, उस की वजह से अपने संदेश कई लोग हैं जो स्वीकार नहीं कर सकते कि केवल एक ही स्वर्ग का रास्ता है ,और वह प्रभु यीशु मसीह है . काफी विरोध के बावजूद ,अपने अनुभव जो उस के लिए वास्तविक है .वह अनिर्णयपूर्ण स्थिति में नही था .
बुद्धिस्ट योगीत्व में कई वर्षों को बिताने के बाद, बौद्ध शिक्षाओं का एक सख्त अनुयायी के रूप में,बुद्धिस्ट योगीत्व में कई वर्षों को बिताने के बाद, वह तुरंत उसके पुनजिवत होने के साथ मसीह के सुसमाचार की घोषणा की. अन्य भिक्षुओं को आवाहन किया की सभी झूठे देवताओं को त्यागे और अपने सभी दिल के साथ यीशु मसीह का पालन करे.उसकी बीमारी और मृत्यु के समय, इससे पहले कि वह ईसाई धर्म की कोई जानकारी नही थी. वह प्रभु येशु का प्रकाशन , कब्र में उन तीन दिनों के दौरान मिला ,यह सब कुछ उसके मन में नया था.
संभव के रूप में के रूप में कई लोगों को अपने संदेश बाहर निकलना बोली में, यह आधुनिक दिन लाजर ऑडियो और वीडियो कैसेट टेप बांटने लगा ताकि इस घोषणा के द्वारा बहोत सारे लोगोको उनके झूटे विश्वास से बहार निकाले . हमें बताया जाता है यह अब म्यांमार के नागरिकों के लिए इन टेपों को अपने पास में में रखना काफी खतरनाक है.
उनकी निडर गवाही ने उसे जेल में भेजा है. एक बार, जहां अधिकारियों की उसके लिए उसे मौत की घोषणा भी विफल रही है. अपनी रिहाई पर, वह बातें जो उन्होंने देखा और सुना गवाही देने के लिए जारी रखा. उसके मौजूदा ठिकाने अनिश्चित हैं. एक बर्मी मुखबिर हमें बताया कि वह कैद है और हो सकता है वो मारे गए हो . जबकि एक अन्यने बताया वह अब जेल में है और अपने सेवा को जारी रखा है .